Durg se Durga

दुर्गा, इच्छा और समर्पण — satsang notes हिंदी English अपनी आँखें बंद करो और खुद को देखो। सबसे पहले ऊपर से शुरू करते हुए अपने बाल देखो। फिर अपनी आँखों को देखो। जैसे कि किसी आईने में ख़ुद को देख रहे हो। अब अपनी नाक देखो। इसके बाद दोनों कानों को देखो और अब अपना …

श्रीराम का धर्मरथ (The Dharma Chariot of Shri Ram)

🏹 विजय दशमी — स्मरण व नमन धर्म रथ जिससे जय-विजय होती है, सफलता मिलती है — श्री राम । दिव्य स्मरण • विजय हिन्दी English 1 रावनु रथी बिरथ रघुबीरा। देखि बिभीषन भयउ अधीरा॥ भावार्थ: रावण को रथ पर और श्री रघुवीर को बिना रथ के देखकर विभीषण अधीर हो गए। प्रेम अधिक होने …

सद्गुरू-ब्रह्म-ईश्वर (Satguru, Brahman, and God)

Satguru, Brahman, and God 🔸 ईश्वर !! नाम, रूप, देश, काल से परे हैं अर्थात सभी नाम, रूप, स्थान और समय पर समान रूप से व्याप्त हैं। वो असीम-अनंत-अनादि है। संपूर्ण सचराचर में, विश्व के अणु-रेणु में व्याप्त है, इसलिए विष्णु भी कहते हैं। God is beyond name, form, place, and time — equally present …

या देवी सर्वभूतेषु (Ya Devi Sarvabhuteshu)

या देवी सर्वभूतेषु — हिन्दी / English या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता !नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: !! हिन्दी English अर्थात हे दिव्य शक्ति (Divine Energy) जो सभी भूतो (चराचर प्राणी) में शक्ति रूप में संस्थिता अर्थात समान रूप से स्थित है, उस दिव्य शक्ति को मैं नमन करता हूँ! जिसकी चेतना से हम सब …

The Divine Force Within All (सर्वत्र दिव्य शक्ति)

कुंडलिनी महाप्रोक्ता पर, ब्रह्मस्वरूपिणी।शब्द ब्रह्ममयी देवी, एकानेकाक्षराकृत ।। हिन्दी / English हिन्दी English ये जितने भी पेड़‑पौधे, घास‑फूस, जीव‑जानवर, मानव‑दानव आपको दिखते हैं उन सभी में वो दिव्य शक्ति है। वो दिव्य शक्ति है। वो सबमें ओतप्रोत है। उसे कोई आत्मा कहे, कोई God कहे, कोई ईश्वर कहे, कोई अल्लाह कहे भगवान कहे, जिसका जो …

Just Do it (बस कर दो)

Guru Shishya Story हिन्दी English कहानी सुबह-सुबह एक शिष्य गुरुजी के पास आ धमका, अपनी पप्पिये जैसी शक्ल लेकर। उसने झुंझलाकर कहा – “गुरुजी, आज तो आपको मेरे सवालों का जवाब देना ही होगा! मेरी जमीन थी, खेती कर लेता, पैसे कमा लेता, आराम से जी लेता। लेकिन मैंने सब छोड़ दिया और आपके पास …

Path Toward Truth (सत्य की ओर पथ)

The Path Toward Truth – Shri Guruji Quotes 🔸 जो असली भक्त है – वे ज्ञान और भक्ति के ऐश्वर्य में मस्त रहता है। पांडवों को देखो, कितने एवं कैसे संकट उठाये, पर कृष्ण में उनका विश्वास तिल मात्र भी कम न हुआ। A true devotee is absorbed in the bliss of knowledge and devotion. …

🌺 Who Is Guiding Us Always?

A Reflection from Bhagavad Gita, Chapter 13 “कुछ भक्त-साधक लोग बताते हैं कि विपत्ति में ईश्वरीय शक्ति ने उनकी सहायता की। पर प्रश्न यह है—जब कोई संकट नहीं होता, जीवन सुचारु रूप से चलता है, तब कौन सी शक्ति हमें चला रही है? कौन हमारी चेतना का स्रोत है? कौन है जो हमें चैतन्य, सुगंधित, …

Descent of the Divine: Patanjali’s Rise

One fine day, Lord Vishnu was enjoying the cosmic dance of his Isht, Lord Shiva. Seeing the dance, Lord Vishnu’s weight grew heavier, which made Adishesh, the magnanimous serpent, gasp for his life. As the dance ended, Lord Vishnu’s body became lighter. These subtle though significant changes mesmerized the Adishesh; he asked, “O Lord! How …

Shiva’s Southward Grace and the Fourth Veda

After a surge of passion, Brahma Ji lost his fourth head, and hence the fourth Veda disappeared. Only three Vedas were supposed to guide mankind. In the same era, Rishi Atharva appeared and absorbed the essence of Brahma’s fourth head, thereby assimilating the fourth Veda. Rishi Atharva presented his plea to Shiva and said, “Venerable …