या देवी सर्वभूतेषु (Ya Devi Sarvabhuteshu)

या देवी सर्वभूतेषु — हिन्दी / English या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता !नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: !! हिन्दी English अर्थात हे दिव्य शक्ति (Divine Energy) जो सभी भूतो (चराचर प्राणी) में शक्ति रूप में संस्थिता अर्थात समान रूप से स्थित है, उस दिव्य शक्ति को मैं नमन करता हूँ! जिसकी चेतना से हम सब …

The Divine Force Within All (सर्वत्र दिव्य शक्ति)

कुंडलिनी महाप्रोक्ता पर, ब्रह्मस्वरूपिणी।शब्द ब्रह्ममयी देवी, एकानेकाक्षराकृत ।। हिन्दी / English हिन्दी English ये जितने भी पेड़‑पौधे, घास‑फूस, जीव‑जानवर, मानव‑दानव आपको दिखते हैं उन सभी में वो दिव्य शक्ति है। वो दिव्य शक्ति है। वो सबमें ओतप्रोत है। उसे कोई आत्मा कहे, कोई God कहे, कोई ईश्वर कहे, कोई अल्लाह कहे भगवान कहे, जिसका जो …

Just Do it (बस कर दो)

Guru Shishya Story हिन्दी English कहानी सुबह-सुबह एक शिष्य गुरुजी के पास आ धमका, अपनी पप्पिये जैसी शक्ल लेकर। उसने झुंझलाकर कहा – “गुरुजी, आज तो आपको मेरे सवालों का जवाब देना ही होगा! मेरी जमीन थी, खेती कर लेता, पैसे कमा लेता, आराम से जी लेता। लेकिन मैंने सब छोड़ दिया और आपके पास …

Path Toward Truth (सत्य की ओर पथ)

The Path Toward Truth – Shri Guruji Quotes 🔸 जो असली भक्त है – वे ज्ञान और भक्ति के ऐश्वर्य में मस्त रहता है। पांडवों को देखो, कितने एवं कैसे संकट उठाये, पर कृष्ण में उनका विश्वास तिल मात्र भी कम न हुआ। A true devotee is absorbed in the bliss of knowledge and devotion. …

🌺 Who Is Guiding Us Always?

A Reflection from Bhagavad Gita, Chapter 13 “कुछ भक्त-साधक लोग बताते हैं कि विपत्ति में ईश्वरीय शक्ति ने उनकी सहायता की। पर प्रश्न यह है—जब कोई संकट नहीं होता, जीवन सुचारु रूप से चलता है, तब कौन सी शक्ति हमें चला रही है? कौन हमारी चेतना का स्रोत है? कौन है जो हमें चैतन्य, सुगंधित, …

Descent of the Divine: Patanjali’s Rise

One fine day, Lord Vishnu was enjoying the cosmic dance of his Isht, Lord Shiva. Seeing the dance, Lord Vishnu’s weight grew heavier, which made Adishesh, the magnanimous serpent, gasp for his life. As the dance ended, Lord Vishnu’s body became lighter. These subtle though significant changes mesmerized the Adishesh; he asked, “O Lord! How …

Shiva’s Southward Grace and the Fourth Veda

After a surge of passion, Brahma Ji lost his fourth head, and hence the fourth Veda disappeared. Only three Vedas were supposed to guide mankind. In the same era, Rishi Atharva appeared and absorbed the essence of Brahma’s fourth head, thereby assimilating the fourth Veda. Rishi Atharva presented his plea to Shiva and said, “Venerable …

A Seeker’s Journey – Teacher vs Guru

गुरु बनाम शिक्षक मेरे मन में हमेशा से सवाल रहे हैं… जीवन को लेकर, खुद को लेकर, और इस सफ़र को लेकर जिसमें मैं बढ़ रही हूँ। कोई कहता है – ज़्यादा जानो, कोई कहता है – ज़्यादा महसूस करो। लेकिन दिल के किसी कोने में मैं बस यही सोचती हूँ… मुझे वास्तव में रास्ता …

Current is due to Current of Karmas

We all know the story of Angulimala, the infamous bandit in the Buddhist lore. But, do you know about his birth? Let’s take a glance.बौद्ध धर्म में कुख्यात डाकू अंगुलिमाल की कहानी तो हम सभी जानते हैं। लेकिन, क्या आप उसके जन्म के बारे में जानते हैं? आइए एक नज़र डालते हैं। One fine night, …