प्रवचन
ज्योति-प्रकाश पर्व ,दीपावली की शुभकामनाये –आत्मा स्वयं ज्योतिर्भवती !ईश्वर का निराकार स्वरूप है, प्रकाश-ज्योति- नूर-Light !भाषा भिन्न है पर वो है एक ही ! सम्पूर्ण चराचर इन्ही के प्रकाश से प्रकाशित -सुंदर -सुगन्धित है , चैतन्य है,समर्थ है !—-नाम रूप भिन्न है ,पर सब में सर्वत्र ,घट-घट,विश्व के अणु-रेणु में व्याप्त है, इसलिए विष्णु भी …