सपनों का ब्रह्माण्ड
जन्में हुए साल बहुत पर क्या हमने पायासोचा था क्या होगा लेकिन सामने क्या आयारामराज्य सा विश्व हो अपना गुरूजी का था सपनादीदी बोलीं आगे बढ़कर कर लो सबको अपनामुश्किल नहीं पूरा करना इन सपनों का ब्रह्माण्डअपने अंदर की शक्ति का करो अगर तुम आह्वानआओ मिलकर कसम ये खाये ऐसा सभी करेंगेआत्म शिक्षित हो बच्चा-बच्चा …