सत्य

प्रत्येक व्यक्ति चाहे किसी आश्रम में हो,चाहे किसी भी वर्ग या वर्ण का हो-जन्मतः सब शुद्र है।जनेऊँ संस्कार/उपनयन संस्कार जब कर दिया जाता है-द्विज/दूसरा जन्म, होता है।वेदों के अध्ययन के पश्चात अभ्यास जो जाता है,तब वो-विप्र होता है।ब्रम्ह,जो परम आत्मा हो जाता है,तब उसको -ब्राम्हण कहा गया है।वो चाहे कोई भी हो।अभ्यास,अध्ययन के बाद उस …

आशीष

गुड़ मार्निंग,गुड़ इवनिंग,गुड़ बाय, बाय बाय,इसमें कुछ नहीं है।आशीष एक शक्ति है।शीष नाम सिर,आ उपसर्ग है,उसका अर्थ होता है-स्मरण।जिन्होंने अपनी आत्मा को समझ के पालन,पोषण किया है और आपको सदा सर्वदा उन्नति के पथ पर,उन्नत पद पर जाकर विभूषित हो,ऐसा जिन्होंने पालन पोषण किया,वे आपको आशीष देते है।आधुनिक काल में,विद्या अध्ययन में,अभ्यास काल में,इस आशीष …

आशीष

गुड़ मार्निंग,गुड़ इवनिंग,गुड़ बाय, बाय बाय,इसमें कुछ नहीं है।आशीष एक शक्ति है।शीष नाम सिर,आ उपसर्ग है,उसका अर्थ होता है-स्मरण।जिन्होंने अपनी आत्मा को समझ के पालन,पोषण किया है और आपको सदा सर्वदा उन्नति के पथ पर,उन्नत पद पर जाकर विभूषित हो,ऐसा जिन्होंने पालन पोषण किया,वे आपको आशीष देते है।आधुनिक काल में,विद्या अध्ययन में,अभ्यास काल में,इस आशीष …